मौसम  हिमाचल में तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट, नदी-नालों से दूर रहने की सलाह

मौसम विभाग ने ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिले के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग की ओर से तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 12, 13 और 14 अगस्त को प्रदेश के मैदानी व मध्य पर्वतीय भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। पूरे प्रदेश में 15 अगस्त तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। मध्य पर्वतीय भागों में 16 अगस्त को भी मौसम खराब रहने की संभावना है।

 मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश से भूस्खलन हो सकता है और नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है। ऐसे में स्थानीय लोगों व पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है।मौसम विभाग ने ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिले के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को ऊना में अधिकतम तापमान 35.0, भुंतर में 32.9, बिलासपुर-सुंदरनगर में 32.5, हमीरपुर में 31.2, कांगड़ा में 30.8, सोलन में 30.0, नाहन में 29.0, धर्मशाला में 27.6,

शिमला में 24.0 और कल्पा में 22.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। उधर, सोमवार रात को गगल में 74, धर्मशाला में 55, मनाली में 33, पालमपुर में 16, नयनादेवी में 12, पांवटा साहिब-जोगिंद्रनगर में 9, बडसर-मंडी-हमीरपुर में 3 और कल्पा-ऊना में 2 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।

कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर दरकी पहाड़ी

वहीं, कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 मंगलवार सुबह क्यारीबंगला के समीप भूस्खलन से करीब दो घंटे वाहनों की आवाजाही के लिए ठप रहा। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। वहीं, पहाड़ी दरकने से सड़क पर खड़ी पोकलेन मशीन मलबे की चपेट में आ गई। गनीमत रही कि इस मशीन में कोई सवार नहीं था। सूचना मिलने के बाद पुलिस व फोरलेन निर्माता कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे।  हालांकि करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को बहाल कर लिया गया। बता दें, सोलन से कैथलीघाट तक दूसरे चरण में फोरलेन निर्माण का कार्य चला हुआ है।  बारिश के बाद अब कई जगहों पर पत्थर व मलबा गिरने के मामले आ चुके हैं। पहले परवाणू से सोलन के बीच भी कई जगहों पर मलबा गिर चुका है।


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