मेडिटेशन करते समय क्यों आती है नींद

मेडिटेशन शरीर को स्वस्थ रखने के साथ साथ नींद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए भी किया जाता है.

मेडिटेशन अक्सर आराम करने, तनाव (Stress) मुक्त रहने और स्ट्रेस को भगाने का एक शानदार तरीका माना जाता है. वास्तव में, मेडिटेशन आपको शांति (Calmness) की स्थिति खोजने में मदद करता है लेकिन कुछ मामलों में, यह आपको सोने के लिए मजबूर भी कर सकता है. कई लोगों को मेडिटेशन करते समय अच्छी नींद आने लगती है. हेल्थलाइन की खबर के अनुसार अगर आप काफी लंबे समय से मेडिटेशन कर रहे हैं तो आपने खुद को इस स्थिति में जरूर पाया होगा. ऐसे में आप एक ही समय पर नींद आने और जगे रहने के अंतर को कैसे दूर कर सकते हैं.आइए आपको बताते हैं आराम करने, तनाव कम करने और मेडिटेशन करते समय कैसे सतर्क और जगे रहें.

मेडिटेशन और नींद के पीछे का विज्ञान

मेडिटेशन शरीर को स्वस्थ रखने के साथ साथ नींद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए भी किया जाता है. साल 2020 की एक स्टडी के अनुसार 11 मिनट के योग निद्रा मेडिटेशन के प्रभावों की जांच की गई. इसके रिजल्ट अनुसार 341 लोगों में कम तनाव, हेल्दी शरीर और बेहतर नींद की गुणवत्ता देखी गई जबकि 430 लोगों में कोई बदलाव नजर नहीं आया. ये प्रभाव 6 सप्ताह तक स्थिर रहा.

मेडिटेशन करते वक्त नींद आने के कारण

-मेडिटेशन और नींद के बीच ब्रेन वेन एक्टिविटी का काम करना

-नींद की कमी या दिन में थकान

-मेडिटेशन करने से पहले भोजन करना

-बिस्तर पर या बेडरूम में मेडिटेशन करना

-बीमारी या तनाव से कमी

मेडिटेशन करते समय नींद को भगाकर जगे रहने के टिप्स

-मेडिटेशन से पहले खाना न खाएं.

-बेडरूम में मेडिटेशन न करें.

-मेडिटेशन करने के लिए एक शांत और स्थायी जगह चुनें.

-घर से बाहर गार्डन में मेडिटेशन करें ताकि पक्षियों की चहचाहट में नींद न आए.

-आप मेडिटेशन करे समय वॉक कर सकते हैं या फिर एक जगह पर खड़े रह सकते हैं.

-हर रोज एक अच्छी नींद लें और बॉडी को पूरा आराम दें.

-मेडिटेशन बेंच का इस्तेमाल करें.

-आंखें खोलकर मेडिटेशन करें.

-जब आप सबसे अधिक सतर्क हों तब मेडिटेशन करें.

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