जालंधर में उद्यमी बोले- कच्चे माल की कीमतें हो कम, निर्यात को मिले बढ़ावा

जालंधर शहर में स्पोर्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री का कहना है कि निर्यात को बढ़ावा देना जरूरी है। पंजाब रबड़ फुटवियर मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन ने कहा कि कई लोग घरों में भी मशीन लगाकर रबड़ चप्पल बनाते हैं।

कोरोना काल के बाद किसान आंदोलन ने उद्यमियों की परेशानी बढ़ाई है। पहले इंडस्ट्री बंद रही तो बाद में माल सप्लाई करना व कच्चा माल मंगाना मुश्किल हो गया। ऐसे में उद्यमियों को केंद्र सरकार के बजट से काफी उम्मीदें हैं। स्पोर्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री का कहना है कि निर्यात को बढ़ावा देना जरूरी है। पंजाब रबड़ फुटवियर मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन ने कहा कि कई लोग घरों में भी मशीन लगाकर रबड़ चप्पल बनाते हैं।

उन्होंने सरकार से ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआइएस) की शर्त हटाने की मांग की है। टैक्सेशन की पेचिदगियां भी कम नहीं हैं। उद्यमियों ने इसे खत्म करने की मांग की। हैंडटूल्स उद्यमियों ने कहा कि कच्चे माल की कीमतें बढ़ती रहती हैं, जबकि तैयार माल की कीमतें नहीं बढ़ती। उन्होंने कहा कि साल भर कच्चे माल के रेट एक समान रखे जाएं। इन्होंने कैपिटल स्कीम में 15 फीसद सब्सिडी की वाॢषक सीमा दो करोड़ करने की मांग की। इसके अलावा खेल एक्सपोर्टर ने कच्चे माल की कीमतें कम रखने, मशीनरी ड्यूटी फ्री

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